सऊदी अरब ने भारत, पाकिस्तान समेत कुल 14 देशों के लिए वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध बिजनेस, फैमिली और उमराह वीजा पर लागू होगा। सऊदी अरब की सरकार ने यह कदम हज यात्रा के दौरान होने वाली भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के प्रयास के तहत उठाया है। यह प्रतिबंध जून तक, हज यात्रा की समाप्ति तक प्रभावी रहेगा।
वीजा प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
सऊदी अरब के अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय हज यात्रा के लिए बिना उचित पंजीकरण के आने वाले तीर्थयात्रियों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, कुछ विदेशी नागरिक उमराह या विजिट वीजा पर सऊदी अरब आते हैं और वहां बिना कानूनी अनुमति के हज यात्रा करते हैं। इससे व्यवस्थाओं में गड़बड़ी उत्पन्न होती है और हज यात्रा की सुरक्षा में खतरे पैदा होते हैं।
क्राउन प्रिंस ने दिए सख्त निर्देश
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सख्त वीजा नियम लागू करने का आदेश दिया ताकि हज यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से हो सके। रिपोर्ट के मुताबिक, 13 अप्रैल तक उमराह या विजिट वीजा पर सऊदी अरब आने वाले लोगों को अनुमति दी जाएगी।
कौन से देशों पर प्रतिबंध लगाया गया?
इस प्रतिबंध के तहत भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मिस्र, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, इराक, जॉर्डन, अल्जीरिया, सूडान, इथियोपिया, ट्यूनीशिया और यमन जैसे देशों के नागरिकों को वीजा जारी नहीं किया जाएगा। एक और देश का नाम फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है।
यह फैसला 2024 की हज यात्रा के दौरान हुए हादसे के बाद लिया गया है, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। सऊदी अरब का मानना है कि इस वीजा प्रतिबंध से हज यात्रा में अवैध तीर्थयात्रियों की संख्या कम होगी, जिससे भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सकेगा।